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अभय के पांवो से पीठ सटाकर बैठी बदली कभी पीठ हटाती है कभी फिर से छुआ देती है । जो...
गाँव की बात निरालीगाँव में सुबह - सुबह चार - पांच बजे ही चिडियों की चहचाहट, गाय...
विश्वास (भाग-40)गाँव से आ कर भुवन को खाना खिला कर ड्राईवर को भुवन को छोड़ने के ल...
अभय के पांवो से पीठ सटाकर बैठी बदली कभी पीठ हटाती है कभी फिर से छुआ देती है । जो बदली अपने आपको अभय के साथ खुद को सेफ महसूस नही समझ रही थी ..अभय पर शक कर रही थी कि कहीं रास्ते मे उ...
संस्मरण उसके आँसू************ पिछले माह 07अप्रैल' 2024 को गोरखपुर के अपने ही एक अग्रज सरीखे साहित्यिक मित्र (जो अपने वादे के अनुसार गोरखपुर से बस्ती केवल मुझे साथ ले जाने के लि...
गाँव की बात निरालीगाँव में सुबह - सुबह चार - पांच बजे ही चिडियों की चहचाहट, गाय - भैंसों के रमभाने की आवाज शुरू हो जाती है। घर के बड़े बुजुर्ग जाग कर कुल्ला - मंजन करके बिस्तर पर ब...
आलेख नदी और लोक-जीवन रामगोपाल भावुक नदियाँ केवल...
मित्रता "जो मित्र सुख-दुख की घड़ी में साथ रहता हो, वही सच्चा मित्र है। " चाणक्य कहते हैं कि सच्चे मित्र की पहचान संकट की घड़ी में होती है।जब बुरा वक्त आता है तो सबसे पहले स्वार्थी...
शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु नवचिन्तन अधिक उपयोगी शिक्षा का गुणात्मक ह्रास आज चिंता का विषय है । शिक्षा व्यक्ति , समाज एवं राष्ट्र के विकास में नही सिद्ध हो पा रही है । शिक्षा मन...
मेरी पहचान मेरा नाम मेरी पहचान है। लोग मुझे मेरे नाम से पहचानते हैं। जो लोग मुझे आते-जाते देखते हैं और जो मेरा नाम नहीं जानते वे मुझे मेरे चेहरे से पहचानते हैं। चेहरा ही मेरी प...
समता मूलक समाज की शिक्षा प्रणाली - 1 समतामूलक से तात्पर्य है कि जिसमें शोषण ना हो। भारत दुनिया का सबसे बड़ा जनतन्त्र है जनसंख्या की दृष्टि से भी विश्व में दूसरे स्थान पर है ।अरबों...
सत्यनिष्ठा ईमानदारी समर्पण डायरी के पन्नों से एक सामाजिक लेख कोरोना काल 1.0 के दौरान लिखे लेख को प्रतिलिपि पर प्रस्तुत करना चाहूँगा उत्तर प्रदेश में आए दिन वारदातों का सिलसला सा चल...
उद्देश्य, लक्ष्य, ध्येय -उद्देश्य, लक्ष्य ,ध्येय मानव जीवन के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है जिस मनुष्य के जीवन मे कोई उद्देश्य नही वह मनुष्य दिशा दृष्टि विहीन होता है जीवन का बिना उद...
हमारे तथागतित पंडित पुरोहितों और हमारे समाज ने जिसको ईश्वर का दर्जा दिया है वह माता - पिता के कारण समाज में ब्रह्मचर्यकी नपुंसकता का फैलाव हुआ है, हर मनुष्य का जन्म सेक्स पर आधारित...
बीज से पौधा, पौधे से पेड़, पेड़ से फल और फिर, फल से बीज बनता है ये आज का विज्ञान कहता है और आध्यात्म पहले से कहता आ रहा है | धरती या हमारा सौरमंडल क्योंकि इस ब्रह्माण्ड का हिस्सा हैं...
दतिया की संस्कृति और इतिहास विनोद मिश्र की यह किताब ‘दतिया धाम : वृंदावन’ दतिया के बारे में उनकी चिंताओं उनके अध्ययन और अनुशीलन को प्रकट करती है। वे आलेख जो उन्होंने खासतौर पर दतिय...
विषय के अनुसार या संख्या की दृष्टि से सौ या अधिक मुक्तकों के संग्रह होते आए हैं ,हिंदी का सतसई शब्द संस्कृत के सप्तशती का ही तद्भव या विकृत रूप है, अतएव हिंदी में सतसई वह रचना है इ...
चक्र: जीवन यात्रा के सप्त सूर ऑरा, कुंडलिनी और नाड़ी के बारे में चर्चा हुई. अब चलते हैं चक्र यात्रा पर l चक्रों के बारे में चर्चा शुरू करने से पहले एक बात समझ लेते हैं l जीवन के...
आपको पता है अभी कुछ साल पहले 2019 में अक्षय कुमार अभिनीत एक फ़िल्म रिलीज हुई थी, नाम था मिशन मंगल, फ़िल्म ने चारों और वाहवाही बटोरी थी चूंकि फ़िल्म रियल टाइम स्टोरी पर आधारित थी तो...
प्रस्तावना यह बात किसी के भावना को ठेस पहुंचाने की नहीं हैं बल्कि उनको आईना दिखाने का प्रयास है जिन्होंने 3000 साल तक sc st obc पर तरह तरह के अत्याचार किए sc st obc का 100 में 100...
जब मैं चार पाँच साल की रही हूँगीं,तब मैंने उन्हें पहली बार तुलसिया दाई के मंदिर में नाचते हुए देखा था,मैं अपनी पड़ोस वाली आण्टी के साथ उस मंदिर में गई थीं,तब मुझे समझ नहीं आया था कि...
विश्वास (भाग-40)गाँव से आ कर भुवन को खाना खिला कर ड्राईवर को भुवन को छोड़ने के लिए भेज दिया। भुवन तो कैब से जा रहा था पर उमेश जी ने नहीं जाने दिया। उमेश जी ने भुवन के जाने के बाद ट...
मैं कामिनी ,हाँ वही मिस कामिनी ,जिसकी रूह की आत्मकथा आप पढ़ रहे थे।सात साल बाद एक बार फिर लौट आई हूँ ।बस थोड़ी देर के लिए अपनी बेटी से मिलने।उसको आखिरी बार देखने।उसको एस्टेब्लिश देखन...
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